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सौभाग्य मिले

#विधा:- गीत #विषय:- हरियाली तीज पर्वोत्सव #दिनांक:-6/9/2024 #शीर्षक:- सौभाग्य मिले हाथों की मेंहदी, आँखों का काजल, तीज का त्यौहार, बरसते नेह बादल । सावन मनभावन दिल का लुभावन सलामत रहे सजना, हूँ व्रत तीज पावन । कंगन चूड़ी खनके, प्रेम रस भरके शिव-पार्वती की जैसे जोड़ी बनके । पैरों में पाजेब महावर, माथे बिन्दी सजती रहे मांग में सिन्दूर विराजे प्रतिभा गीत गाती रहे । मेरा सोलह श्रृंगार सईया के लिए व्रत हूँ पावन तीज त्यौहार सईया के लिए । तन, मन, धन सब तुझपर अर्पित करती हूँ कर्म, वचन, से तुमको अपना वरण करती हूँ । चलता रहे खुशहाल जीवन हृदयपूर्ण स्नेहिल मिलता रहे प्रेम से प्रेम का यूंही मंजिल । तीज व्रत रखा मैंने अन्न जल त्याग, शिव पार्वती जोड़ी जैसे बनती खास। दीर्घायु हो साजन, ऐसा वरदान मिले, सदा सुहागन का मुझे सौभाग्य मिले....। (मौलिक,स्वरचित) प्रतिभा पाण्डेय "प्रति" चेन्नई